बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन और फ्यूल-सेल व्हीकल टेक्नोलॉजी वर्ष 2050 तक देश में फॉसिल-फ्यूल से चलने वाले वाहनों से आगे निकलने के लिए तैयार हैं
भारत सरकार के थिंक-टैंक NITI Aayog ने World Resources Institute (WRI) के सहयोग से मंगलवार को देश में फोरम फॉर डीकार्बोनाइजिंग ट्रांसपोर्ट लॉन्च किया। एक आधिकारिक सरकारी बयान में बताया गया कि, "इस मंच के जरिए, डब्ल्यूआरआई इंडिया टीम, नीति आयोग और अन्य परियोजना भागीदारों के साथ, भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में तेजी लाने के लिए रणनीति तैयार करने और उपयुक्त व्यवसाय मॉडल विकसित करने के लिए सभी हितधारकों के साथ नजदीकी से काम करेगी।"
इसने आगे कहा कि फोरम का उद्देश्य समान नीतियों के विकास के लिए बातचीत शुरू करने और परिवहन क्षेत्र से कार्बन उत्सर्जन को कम करने में विशेष नतीजे हासिल करने में मदद करने के लिए एक मंच तैयार करना है।
इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगा बढ़ावा
भारत इस समय दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण और आपूर्ति केंद्र बनने के उद्देश्य से एक घरेलू रिन्यूएबल मोटर वाहन उद्योग के निर्माण में लगा हुआ है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन और फ्यूल-सेल व्हीकल टेक्नोलॉजी वर्ष 2050 तक देश में फॉसिल-फ्यूल से चलने वाले वाहनों से आगे निकलने के लिए तैयार हैं।