दोस्तों आज हम बात करने जा रहे है गुलाबी नगरी जयपुर की यूं तो यह शहर अपने प्राचीन और खास परम्परा गत विशेषताओं के लिए सुप्रसिद्ध है परंतु पिछले कुछ वर्षो में साहित्य के क्षेत्र में जयपुर की एक अलग और नई पहचान बनती जा रही है जिसका कारण है "जयपुर साहित्य उत्सव" इस आलेख में हम इसके बारे में विस्तृत रूप से जानेंगे...
जयपुर साहित्य उत्सव का आयोजन :- जयपुर साहित्य उत्सव का आयोजन भारत देश के उत्तर - पश्चिम में स्थित राजस्थान प्रांत की राजधानी जयपुर में हर वर्ष किया जाता है, इस जयपुर की स्थापना 18 नवंबर 1727 को कछवाहा शासक सवाई जयसिंह के द्वारा करी गई थी.
डिग्गी पैलेस होटल , हॉल ऑफ ऑडियंस में तथा सिटी सेंटर में डिग्गी पैलेस के सभी बगीचों में आयोजित सत्रों के लिए उत्सव के मुख्य स्थल के रूप में माना जाता है। यह साहित्य उत्सव(जेवीएफ) यानी जयपुर विरासत फाउंडेशन की एक पहल है, जिसकी स्थापना फेथ सिंह द्वारा करी गई थी.
पहला जयपुर साहित्य उत्सव :- पहला जयपुर साहित्य उत्सव वर्ष 2006 में जनवरी में होटल डिग्गी पैलेस में मनाया गया था. इस साहित्य उत्सव के निदेशक लेखक नमिता गोखले और विलियम डेलरिम्पल ने इसे टीमवर्क आर्ट्स के संजय रॉय के साथ मिलकर प्रतिपादित किया ।
सुरीना नरूला साहित्य उत्सव की संस्थापक प्रायोजक और महोत्सव सलाहकार बतौर कार्य किया। इसकी शुरूआत जयपुर विरासत फाउंडेशन (जेवीएफ) की एक पहल के तहत हुई थी. इसके क्षेत्रीय सलाहकार के रूप में जेवीएफ के सामुदायिक निदेशक विनोद जोशी ने कार्य किया ।
जयपुर साहित्य उत्सव की खासियत :- सुप्रसिद्ध एवं आइकोनिक जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 15वें संस्करण का ऑनग्राउंड कार्यक्रम इस वर्ष 2022 में 10 मार्च से शुरू हुआ था।
अबकी बार यह फेस्टिवल होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित हुआ। इस वर्ष जे.एल.एफ की डेकोर थीम ‘फेस्टिव- कलर्स ऑफ राजस्थान’ थी।
यहाँ पर लिटरेरी सेशंस के साथ - साथ स्टेज म्यूजिक भी था। इस फेस्टिवल में इस बार लगभग 15 भारतीय भाषाओं का प्रयोग हुआ। तथा लगभग 300 से 400 के मध्य स्पीकर्स ने हिस्सा लिया।
होटल क्लार्क्स में कॉन्फ्रेंस रूम (दरबार हॉल), पूल एरिया (बैठक), ब्रिज नेस्ट लॉन (मुगल टेंट) और राम बाग (फ्रंट लॉन) सेशन हुए।
फेस्टिवल की सुबह फ्रंट लॉन में योगा, मेडिटेशन तथा शानदार संगीत के साथ शुरू हुआ तथा उसके पश्चात इसका उद्घाटन समारोह हुआ।
इस उद्घाटन के मौके पर प्रसिद्ध लेखक तथा फेस्टिवल डायरेक्टर्स नमिता गोखले, विलियम डेलरिम्पल एवं टीमवर्क आर्ट्स के एमडी संजय रॉय मौजूद रहे।
इस समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में सुप्रसिद्ध अनुवादक हरीश त्रिवेदी एवं यूएस डिप्लोमेट तथा यूएन रेजिडेंट को-ऑर्डिनेटर इन इंडिया शोम्बी शार्प को आमंत्रित किया गया था।
राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय लेखकों, फिल्म निर्माताओं एवं कवियों के साथ पहले दिन प्रात 11 बजे से शाम 6:30 बजे तक करीब 30 सत्र हुए थे।
इसमें मुगल टेंट, दरबार हॉल तथा फ्रंट लॉन में सेशंस लाइव स्ट्रीम भी किए गये थे।
जे.एल.एफ. जयपुर साहित्य उत्सव में शामिल हुए स्पीकर्स :- जेएलएफ में हर साल सैकड़ो जाने - माने लेखक, देश - विदेश के साहित्यकार, कलाकार - निर्देशक अनुभवी एवं कुशल साहित्य प्रेमी आदि हस्तियां स्पीकर्स के रूप में शामिल होती है।
इनमें रितु मेनन, राॅबर्ट मैकफर्लेन, शशि थरूर, सृमति जुबिन ईरानी, सोहेला अब्दुलाली, मनोज बाजपेयी, विलियम डेलरिम्पल, यतींद्र मिश्रा, यमीर अधरी, एस प्रसन्नराजन, शोभा दे, यशस्विनी चंद्र, शेल्जा सेन, रूबिना करोदे आदि स्पीकर्स शामिल हुए थे ।