Sahitya Samhita Journal ISSN 2454-2695
तुम इज़ाज़त दो अगर, फिर दुनिया से लड़ूं, मैं अपने ख्वाबों की राह पर मुझको आगे बढ़ने दो। तुम्हारी नज़रें मेरे साथ हो, मेरी धड़कन में तुम्हारी वेअद…