पाठकों शनि देव को न्याय के देवता शनि देव के नाम से जाना जाता है। इनको प्रसन्न कर जातक ढैया एवं साढ़ेसाती जैसी भंयकर दशाओं से भी मुक्ति पा सकता है। ॥ …
Read moreश्री हनुमान जी की पूजा उपासना में संकटमोचन अष्टक के पाठ का बहुत ही महत्व है। संकट मोचन हनुमान अष्टक का प्रतिदिन पाठ करने से मनुष्य पर आये हुए सभी …
Read moreदोस्तों बिल्वाष्टकम् स्तोत्र में बेल पत्र अथवा जिसे हम बिल्व पत्ते के नाम से भी जानते है । इस स्तोत्र में बताया गया है कि सिर्फ़ एक बिल्व पत्र को भग…
Read moreपाठकों श्री राधा चालीसा में श्री राधा माता की महिमा का वर्णन किया गया है। श्री राधा माता की पूजा करने से भगवान श्री कृष्ण भी की कृपा प्राप्त होती है…
Read moreपाठकों श्री कृष्ण चालीसा में भगवान श्री कृष्ण की महिमा का वर्णन किया गया है। श्री कृष्ण को वासुदेव, देवकीनंदन, श्री श्याम, केशव आदि नामों से भी जाना …
Read moreभगवान शिव के रूद्राष्टक का उल्लेख रामचरित मानस में मिलता है, इसे यदि लयबद्ध करके पूर्ण मन के साथ संगीत मय रूप में गाया जाए तो भगवान शिव अति शीघ्र प्र…
Read moreपाठकों गायत्री चालीसा का पाठ करने से जातक तेजस्वी तथा यशस्वी होता है, अत अवश्य ही जातक को श्री गायत्री चालीसा का पाठ करना चाहिए... ॥ श्री गायत्री चाल…
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